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छोटे रीटेल शॉपस का भविष्य खतरे में

नमस्कार दोस्तों आप सभी का बहुत स्वागत है हम बात कर रहे हैं छोटे रीटेल शॉप कारोबार की, जो की भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
इस व्यव्स्था से जुड़े लोगों की संख्या लाखो में है जो भारत में रोजगार का एक बहुत बड़ा और महत्वपुर्ण माध्यम है।
अतःइस व्यवसाय और इससे जुड़े लोगो के लिये ये बहुत महत्वपूर्ण है की बाजार में वो अपनी वर्तमान स्थिति से अवगत हो । 

रीटेल में हो रहे नये नये बदलाव को देखते हुवे अपने कार्य करने की प्रणाली में सभी रीटेल शॉप व्यापारियो को बदलाव करना पड़ सकता है ,यही उन्हे बाजार में बने रहना है तो अन्यथा उनका आनेवाला भविष्य खतरे में है। जानकारी को विस्तार से पड़ने के लिये बने रहें ।
रीटेल का भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान 

रीटेल का भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। रीटेल का भारत की GDP(ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) में लगभग 10 प्रतिशत का योगदान करता है इसलिये रीटेल सैक्टर भारत की अर्थव्यवस्था दृष्टी से बहुत बड़ा और महत्वापूूर्ण स्थान रखता है। भरतीय रीटेल बाजार $600 बीलियन का है और दुनिया में टॉप के 5 रीटेल बाजारों में आता है। भारत का रीटेल बाजार अपने 1.3 बिलियन लोगों की आबादी के साथ दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता रीटेल बाजार है।

प्रतिस्पर्धा मे बड़ी कम्पनियों का आगमन 

रीटेल बाजार के बड़ते करोबार को देखते हुवे अब बड़ी कम्पनिया का इस व्यवसाय मे तेजी से आगमन हो रहा है जो अपनी तकनीक और लोगो की जरुरत को ख्याल रखते हुवे सभी सुविधाये अब ग्राहक के लिये मुहैया करा रहे हैं और वो भी बहुत सारे ब्राँण्ड और भारी डिस्काउंट के साथ जो की रीटेल व्यवसाय से जुड़े मध्यम और छोटे व्यापारियो के लिये बहुत बड़ी समस्या बन रहे हैं और अब कुछ कम्पनिया तो आपको घर बैठे सारा सामान खरिदने का आफर उनके शॉप ऐप्लिकेशन के द्वारा दे रही हैं ।

बाजार पहले जैसा अब बिल्कुल नही रहा जहा की आप अपने पडौस की दुकान से खरीददारी कर लेते थे अब उच्च  कोटि का प्रोडक्ट्स आसानी से आपके घर पहुच जाता है।
यह भी एक बड़ी चुनौती है छोटे और मध्यम वर्ग के रीटेल व्यापारियो के सामने ।

बड़े रीटेलेर्स vs ब्राँण्डस

प्रतिस्पर्धा में अब ऐसा होने लगा है की जहा प्रतिस्पर्धा छोटे और मध्यम वर्ग के रीटेल व्यापारियो के बिच थी अब यह बड़ा रूप ले रहा है । जी हाँ अब जो बड़े रीटेलेर्स अलग-अलग ब्राण्ड को अपने यहा विक्री कर रहे थे उनके बड़े कद और धन से सम्पुर्ण होने के कारण अब ये बड़े रीटेलेर्स अपने ब्राँण्ड के नाम से प्रोडक्ट्स मुहैया कराने लगे हैं वह भी उच्च कोटि के और साफ-सुथरे । अतह्न अब उन सभी ब्राण्ड कम्पनियो के लिये भी खतरे की घंटी बज चुकी है। इसमे छोटे और मध्यम रीटेल व्यावसायीयो के सामने भी ये समस्या आ सकती है।
ऑनलाइन कारोबार ने रीटेल बाजार की कमर तोड़ दी है

पिछले कई सालों से फलते-फुलाते ऑनलाइन कारोबार से उपभोक्ता भले ही संतुस्ट हो रहा है लेकिन ऑनलाइन कारोबार ने रीटेल बाजार की कमर तोड़कर रख दी है। आज की स्मार्ट पीढ़ी में सबसे ज्यादा असर आया है मोबाइल,इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और गार्मेंट्स रीटेल बाजार पर आसानी से उपलब्ध है। ऑनलाइन खरीददारी का असर अब ग्रामीण परिवेश मे भी दिखने लगा है। स्मार्ट फोन ने सारी दुनिया को समेट कर ग्राहक की हाथ मे कर दिया है। दिन-प्रतिदिन बढ़ता ऑनलाइन खरीददारी के शौक से रीटेल बाजार का और खासकर छोटे रीटेलेर्स का भविष्य खतरे में है। त्योहारि सीज़न आने के बावजूद बाजारों से ग्राहक गायब हैं।

हर चिज मिल रही ऑनलाइन 

ऑनलाइन खरीददारी का क्रेज़ खासकर युवाओं में  बहुत ज्यादा है। घर बैठे ही मनपसंद चीजो के हज़ारो डिज़ाइन एक क्लिक पर सामने आ जाते हैं। कैश ऑन डिलीवरी जैसे बेहतर विकल्प मिलने से खरीददार काफी संतुष्ट दिखते हैं ।
कपड़े,जूते,बूक्स जैसे सामान के रीटेल बाजार पर ऑनलाइन खरीददारी की भारी मार पड़ रही है। ग्राहकों के व्यवहार में लगातार बड़ी तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है।

लोग न केवल हवाई टिकट और मूवी टिकट खरीद रहे हैं बल्कि मोबाइल, लैपटॉप और दुसरे कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिये भी ऑनलाइन ऑर्डर दे रहे हैं। यही नहीं ऑनलाइन बाजार मे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण,फूटवियर,
गार्मेंट्स,किचेन वीयर,बर्तन इत्यादी आसानी से मिल रहे हैं।
ग्राहको के इसी व्यवहार को बिज़नेस मे तबदील करने के मकसद से कई कम्पनिया डेली-डील  और डिस्काउंट साईटस के साथ समझौता कर रही है। सही मायने मे बदलते दौर में ग्राहक को ऑनलाइन बाजार ने एक किफायती और सुविधाजनक बाजार उप्लब्द करवाया है लेकिन कही छोटे,मध्यम और गाव के रीटेल शॉप इस ऑनलाइन के चक्कर मे उजड़ ना जाएं ।

छोटे रीटेल शॉपस के सामने समस्याये क्या हैं

छोटे और मध्यम वर्ग के रीटेल शॉप के सामने कईं प्रमुख समस्यायें हैं जो अगर समय रहते इसका हल नहीं निकलते तो इनका भविष्य निस्चीत खतरे में है। 
कुछ समस्याएं इसलिये भी हैं क्युंकि ये व्यापारी समय के साथ आनेवाले बदलाव को समझ नही रहे या समझना नही चाहते,कारण कई हैं-

❌ नई तकनीक को अपनाने में संकोच 
❌ सिमित एरिया तक ही सप्लाई कर पाना 
❌ प्रोडक्ट्स पे कोई डिस्काउंट नहीं देना
❌ ज्यादा दाम वसूलना 
❌ कस्टमर से अच्छा व्यवहार न रखना 
❌ पेमेंट माध्यम केवल कैश मे ही रखना
❌ डिजिटल प्रेजेंट ना होना 
❌ ग्राहक के साथ ईमानदार नहीं होना 
❌ कोई Return पोलिसी ना होना
❌ ज्यादा मुनाफे के लिये खराब Quality के साथ          समझौता कर लेना
❌ ग्राहक के Feedback को कोई अहमियत ना देंना
❌ ग्राहक का कोई डाटा नही बनाना 
इत्यादी ऐसी कई समस्यायें हैं जिसपर छोटे और मध्यम वर्ग के रीटेल व्यापारी ज्यादा ध्यान नहीं देते इसका नतिजा यह निकलता जा रहा है की ग्राहक इनके बजाय बड़े रीटेल कम्पनियों का चयन करने लगे हैं जो ग्राहको को बेहतर ऑफर के साथ-साथ कम दाम और अच्छी गुणवत्ता के प्रोडक्ट्स प्रस्तूत कर रहे हैं,जो छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापारियो के लिये बड़ी समस्या बनता जा रहा है और अगर जल्द ही इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो इनका बाजार समाप्त हो जाएगा।
समाधान क्या है

रीटेल में छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापारियों की घटता इस्तेमाल इनके भविष्य को खतरे मे डाल रहा है।
इससे बचने और बाजार मे बने रहने के लिये कुछ जरुरी उपयो पर काम करना होगा-

✅ नई तकनीक का इस्तेमाल करें
✅ लेन-देन में डिजिटल माध्यम को अहमियत दें 
✅ सप्लाई करने का अपना दायरा बढ़ाये 
✅ ग्राहक को अहमियत दे उससे अच्छा व्यवहार रखें 
✅ प्रोडक्ट्स पे बाजार का रुझान देखते हुवे अच्छे ऑफर दें
✅ अपनी ऑनलाइन मौजूदगी बढ़ाये 
✅ सप्लाई सिस्टम को और दरूस्त करें
✅ अपने रीटेल शॉप की बनावट को अच्छा और साफ सुथरा बनाये 
✅ अगर सम्भव हो तो अपने शॉप का App बनवा के 
ने ग्राहको को घर बैठे खरीदारी का विकल्प दें
✅ अच्छी गुणवत्ता के प्रोडक्ट्स ही रखें 
✅ ग्राहक का डाटा स्टोर करें
✅ हर प्रोडक्ट्स की कई वैराइटी रखें इत्यदी ।

इस तरह के छोटे-छोटे उपायो से आप अपने-आप को बाजार के अनुरुप रखकर इस प्रतिस्पर्धा के दौर मे बचा सकते हैं और अपने मुनाफे के साथ बाजार मे बने रह सकते हैं। समय के अनुसार बदलाव और सही तकनीक का उपयोग आपके समय और बिज़नेस दोनो को बाजार मे स्त्थिर रख सकता है।

जानकारी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकी इससे जुड़े लाखों लोग इस जानकारी के माध्यम से अपने व्यापार में सही तकनीक का उपयोग करके बाजार मे बने रहें और उनका रोजगार चलता रहे। 

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